हरियाणा पंचायतों को झटका: जोहड़ों के सुंदरीकरण के लिए नहीं मिलेगा अलग बजट
हरियाणा सरकार ने पंचायतों के लिए एक अहम फैसला लिया है। पंचायती राज विभाग अब जोहड़ों के सुंदरीकरण के लिए अलग से बजट जारी नहीं करेगा। ग्राम पंचायतों को अपने स्तर पर ही इस कार्य को अपने मद से पूरा करना होगा। पंचायतें अधिकतम 21 लाख रुपये तक की राशि स्वयं खर्च कर सकेंगी, जबकि इससे अधिक के कार्य ई-टेंडरिंग के माध्यम से ही कराए जाएंगे।
पंचायतों के लिए नए नियम 📜
हरियाणा पंचायती राज विभाग ने ग्राम पंचायतों को स्पष्ट निर्देश जारी किए हैं:
कार्य | बजट स्रोत |
---|---|
जोहड़ों की मिट्टी छंटाई | ग्राम पंचायत मद से |
21 लाख रुपये तक के कार्य | बिना टेंडर के |
21 लाख से अधिक का कार्य | ई-टेंडरिंग के माध्यम से |
यह बदलाव इसलिए किया गया है ताकि ग्राम पंचायतों को अधिक वित्तीय जवाबदेही दी जा सके और छोटे स्तर के कार्य बिना देरी के पूरे किए जा सकें।
23 गांवों में हुआ सुंदरीकरण कार्य ✅
प्रदेश के 23 गांवों में पंचायती राज विभाग करोड़ों रुपये की लागत से जोहड़ों का सुंदरीकरण पहले ही करवा चुका है। हालांकि, अब सरकार ने भविष्य में इस कार्य के लिए अलग बजट जारी करने की योजना समाप्त कर दी है। ग्राम पंचायतों को अपने स्तर पर ही पुराने जोहड़ों की सफाई और मरम्मत करनी होगी।
भिवानी जिले में बड़ा बदलाव 🏞️
भिवानी जिले की ग्राम पंचायतों ने पंचायती राज विभाग से जोहड़ों की सफाई और सुंदरीकरण का अनुरोध किया था। विभाग ने पंचायतों को इस कार्य को अपने बजट से करने के निर्देश दिए हैं।
भिवानी में जल संरक्षण के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं:
- भूमिगत जल स्तर को बनाए रखने के लिए सरकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं।
- गांवों में नए पौंड बनाए जा रहे हैं ताकि जल संचय किया जा सके।
- पंचायती राज विभाग अब अलग से इस कार्य के लिए बजट नहीं देगा।
सिंचाई विभाग बनाएगा जल भंडारण टैंक 🚰
सिंचाई विभाग ने नहरी पानी के भंडारण के लिए विशेष टैंक बनाने की योजना बनाई है।
स्थान | भूमि क्षेत्र | लागत |
बिजलानावास गांव | 2 एकड़ | 1.4 करोड़ रुपये |
अन्य गांव | 2 एकड़ प्रति टैंक | निर्धारित नहीं |
इन टैंकों में 10,000 क्यूबिक फीट पानी का भंडारण संभव होगा, जिसे खेती और पेयजल आवश्यकताओं के लिए उपयोग किया जाएगा। इसके अलावा, इनसे भूमिगत जल स्तर को भी बढ़ाने में मदद मिलेगी।