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टोल टैक्स से राहत! नए साल में GNSS सिस्टम के तहत निजी वाहनों के लिए इतने किमी तक मिलेगा टोल फ्री सफर

अगर आप भी टोल टैक्स देते-देते परेशान हो गए हैं, तो आपके लिए खुशखबरी है। नए साल की शुरुआत में, भारतीय सरकार ने करोड़ों लोगों को टोल टैक्स से राहत देने का ऐलान किया है। जी हां, अब से देशभर के कुछ प्रमुख हाईवे पर निजी वाहनों के लिए 20 किमी तक टोल टैक्स नहीं लिया जाएगा। इस योजना को पहले पायलट प्रोजेक्ट के रूप में लागू किया गया है, लेकिन जल्द ही इसे पूरे देश में लागू करने की योजना है। इस बदलाव के पीछे की तकनीक है GNSS (Global Navigation Satellite System), जो टोल वसूली को अधिक पारदर्शी और सटीक बनाने में मदद करेगी।

क्या है GNSS? 📡

GNSS एक सैटेलाइट-बेस्ड सिस्टम है, जो वाहन के स्थान को ट्रैक करने के लिए काम आता है। यह सिस्टम आपके वाहन की वास्तविक दूरी के आधार पर टोल वसूली करता है। जैसे ही आप किसी टोल रोड पर प्रवेश करते हैं, आपके वाहन में लगे GNSS सिस्टम से जानकारी मिलेगी और आपके खाते से प्रतिकिमी शुल्क के हिसाब से टोल कटेगा। खास बात यह है कि 20 किमी तक की दूरी के लिए आपको कोई टोल नहीं देना पड़ेगा।

यह तकनीक पारंपरिक टोल नाकों के मुकाबले ज्यादा सुविधाजनक है, क्योंकि यह पूरी तरह से ऑटोमेटेड है और आपको टोल नाके पर रुकने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

कब से लागू हुआ नया टोल नियम? 📅

केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने बताया कि यह नया टोल सिस्टम सबसे पहले कर्नाटक के नेशनल हाईवे 275 (बेंगलुरु-मैसूर) और हरियाणा के नेशनल हाईवे 709 (पानीपत-हिसार) पर पायलट प्रोजेक्ट के रूप में लागू किया गया था। इस सिस्टम की सफलता के बाद, इसे पूरे देश में लागू करने की योजना बनाई जा रही है। भविष्य में हाईवे पर स्थित टोल नाके हटा दिए जाएंगे और यह पूरी प्रक्रिया सैटेलाइट द्वारा ऑटोमेटेड हो जाएगी।

क्या बदल जाएगा? 🚧

अब तक, टोल नाकों पर वाहन रोककर टोल देना पड़ता था, लेकिन नए नियम के तहत, जब आप टोल रोड का इस्तेमाल करेंगे, तो आपके वाहन में लगा GNSS सिस्टम स्वतः टोल शुल्क काट लेगा। यह शुल्क यात्रा की वास्तविक दूरी के हिसाब से होगा, यानी आपको जरूरत से ज्यादा शुल्क नहीं देना पड़ेगा।

क्या लाभ मिलेगा? 💸

  1. 20 किमी तक टोल फ्री: अब से 20 किमी तक की दूरी पर किसी भी प्रकार का टोल शुल्क नहीं लिया जाएगा।
  2. ऑटोमेटेड टोल वसूली: GNSS सिस्टम से पूरी प्रक्रिया स्वचालित होगी, जिससे टोल नाके पर रुकने की आवश्यकता नहीं होगी।
  3. सटीक और पारदर्शी वसूली: हर किलोमीटर की यात्रा के आधार पर आपको सटीक टोल शुल्क कटेगा, बिना किसी गड़बड़ी के।
  4. व्यवस्था में सुधार: इस प्रणाली के लागू होने से यात्रा के दौरान ट्रैफिक जाम और टोल नाके पर लगने वाली लंबी लाइनों से राहत मिलेगी।

केंद्र सरकार का दृष्टिकोण 🇮🇳

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा, “यह तकनीक सड़क परिवहन मंत्रालय द्वारा शुरू किया गया एक बड़ा कदम है। हम इसे जल्द ही पूरे देश में लागू करेंगे, जिससे यात्रियों को सुगम यात्रा का अनुभव होगा और टोल नाके पर रुकने की समस्या समाप्त हो जाएगी।”

वह आगे कहते हैं, “नई व्यवस्था के तहत, जब टोल नाके हटा दिए जाएंगे, तब सड़क पर ट्रैफिक की गति भी बेहतर होगी, और यात्रा का समय भी कम होगा।”

किसे मिलेगा लाभ? 👥

यह राहत केवल उन्हीं वाहनों को मिलेगी, जो GNSS तकनीक का उपयोग करते हैं। इसका मतलब है कि यदि आपके वाहन में GNSS सिस्टम नहीं है, तो आपको पुराने तरीके से टोल टैक्स देना पड़ेगा।

क्या वाहन स्वामी को कोई नया सिस्टम लगाना होगा? 🛠️

अगर आपके पास GNSS सक्षम वाहन नहीं है, तो आपको अपने वाहन में यह सिस्टम लगवाना होगा, ताकि आप इस नई सुविधा का लाभ उठा सकें।

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