Krishi Yantra Subsidy Yojana 2025
Krishi Yantra Subsidy Yojana 2025: उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही कृषि यांत्रिकरण योजना का उद्देश्य किसानों को अत्याधुनिक कृषि यंत्रों, जैसे ट्रैक्टर, रोटावेटर, पावर टिलर, और अन्य यंत्रों पर सबसिडी प्रदान करना है। यह योजना किसानों के जीवन स्तर को सुधारने, उनकी आय बढ़ाने और कृषि कार्यों को आधुनिक बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। इस योजना को विभिन्न राज्यों में अलग-अलग नामों से लागू किया गया है, और उत्तर प्रदेश में इसे कृषि यांत्रिकरण योजना के रूप में संचालित किया जा रहा है।
🚜 किसानों को मिले ट्रैक्टर
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में गोरखपुर में ₹1,533 करोड़ की 9 विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इस अवसर पर उन्होंने 7 किसानों को ट्रैक्टर वितरित किए, जिससे पूर्वी उत्तर प्रदेश के किसानों को बड़ी राहत मिली। इसके साथ ही उन्होंने वहां विभिन्न स्टॉलों का अवलोकन किया और किसानों को सरकार की विभिन्न योजनाओं से अवगत कराया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने किसानों को रोटावेटर, पॉवर टिलर, सोलर पंप, थ्रेसर, कंबाइन हार्वेस्टर जैसे उपकरणों की सब्सिडी दी है, ताकि वे अधिक उत्पादन कर सकें।
🌱 किसानों को आधुनिक तकनीकों का प्रशिक्षण
उत्तर प्रदेश सरकार ने केवल सबसिडी ही नहीं, बल्कि किसानों को आधुनिक कृषि तकनीकों का प्रशिक्षण देने का भी काम किया है। राज्य सरकार द्वारा पुनर्निर्मित चरगांव कृषि प्रशिक्षण विद्यालय में किसानों को वैज्ञानिक तकनीक और नवाचारों के बारे में प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिससे उनकी आय में वृद्धि हो सके।
इसके अतिरिक्त, कुशीनगर कृषि विश्वविद्यालय किसानों को आधुनिक कृषि प्रशिक्षण देने के लिए आगामी सत्र में कार्य करेगा। किसानों को केवल फसलों के बारे में नहीं, बल्कि सब्जियों की खेती, वर्गीकरण, और अन्य नवीनतम तकनीकों का भी प्रशिक्षण दिया जाएगा।
💰 कृषि यंत्रों पर 80% सब्सिडी
उत्तर प्रदेश सरकार ने कृषि यांत्रिकरण योजना के तहत कृषि यंत्रों पर 50% से 80% तक की सब्सिडी प्रदान की है। इस योजना के तहत कृषि यंत्रों जैसे ट्रैक्टर, पॉवर टिलर, थ्रेसर, फसल अवशेष प्रबंधन उपकरण, आदि पर भारी छूट मिल रही है।
कृषि यंत्रों पर सब्सिडी का विवरण:
कृषि यंत्र | सबसिडी प्रतिशत |
---|---|
फार्म मशीनरी बैंक परियोजना | 80% |
कस्टम हायरिंग सेंटर | 80% |
कृषि यंत्र (ट्रैक्टर, हार्वेस्टर आदि) | 50% से 80% |
कृषि ड्रोन और सहायक उपकरण | 50% |
फसल अवशेष प्रबंधन उपकरण | 50% |
🖥️ ऑनलाइन प्रशिक्षण और सहायता
कृषि मंत्री ने कहा कि राज्य में ऑनलाइन कृषि प्रशिक्षण का विस्तार किया जा रहा है। सरकार ने चार अन्य प्रशिक्षण विद्यालय खोले हैं—बुलंदशहर, झांसी, और लखनऊ में। इसके अतिरिक्त, 4,000 विकास खंडों को एकीकृत करके किसानों को ऑनलाइन प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके अंतर्गत स्वचालित मौसम स्टेशन और जल स्तर माप स्टेशन स्थापित किए जाएंगे, ताकि किसानों को सटीक मौसम और जलवायु जानकारी मिल सके।
💡 कृषि यांत्रिकरण योजना के लाभ
यह योजना किसानों को कई प्रकार से लाभान्वित करती है:
- सबसिडी पर कृषि यंत्र: किसानों को 80% तक सब्सिडी पर ट्रैक्टर और अन्य कृषि यंत्र उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
- आधुनिक प्रशिक्षण: किसानों को वैज्ञानिक कृषि तकनीक और नवाचारों से अवगत कराया जाएगा, जिससे उनकी खेती की उत्पादकता में वृद्धि हो सके।
- आधुनिक उपकरणों का उपयोग: इससे किसानों को बेहतर उपकरण मिलेंगे, जो उनकी कार्यक्षमता को बढ़ाएंगे।
- फसल अवशेष प्रबंधन: यह योजना पराली जलाने जैसी समस्याओं को हल करने में मदद करेगी।
📝 कृषि यंत्रों पर सब्सिडी प्राप्त करने के लिए आवेदन कैसे करें?
कृषि यांत्रिकरण योजना के तहत कृषि यंत्रों पर सब्सिडी प्राप्त करने के लिए किसानों को निम्नलिखित कदमों का पालन करना होगा:
- ऑनलाइन पंजीकरण करें: सबसे पहले उत्तर प्रदेश कृषि विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन करें।
- बुकिंग करें: यंत्रों के लिए ₹2,500 से ₹5,000 तक की धरोहर राशि बुकिंग के समय जमा करनी होगी।
- आवेदन फॉर्म भरें: सभी दस्तावेजों को तैयार करके फॉर्म को सही-सही भरें और सबमिट करें।
- सबसिडी का लाभ उठाएं: आवेदन के बाद किसानों को उनकी पात्रता के आधार पर सब्सिडी दी जाएगी।
इसके अलावा, कृषि ड्रोन और कस्टम हायरिंग सेंटर की बुकिंग के लिए कृषि विभाग का दर्शन पोर्टल पर आवेदन किया जा सकता है।
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