IITian Baba: कनाडा से प्रयागराज महाकुंभ तक का सफर
प्रयागराज के महाकुंभ में इस बार चर्चा का केंद्र बने हैं झज्जर, हरियाणा के निवासी बाबा अभय सिंह। आईआईटी मुंबई से पढ़ाई करने वाले और कनाडा में नौकरी करने के बाद बाबा बनने की उनकी अनोखी कहानी हर किसी का ध्यान खींच रही है।
👨🎓 बचपन से मेधावी रहे अभय सिंह
बाबा अभय सिंह का जन्म हरियाणा के झज्जर जिले में हुआ। उनके पिता करण ग्रेवाल झज्जर न्यायालय में वकील हैं। करण ग्रेवाल बताते हैं कि अभय बचपन से पढ़ाई में उत्कृष्ट थे। प्राथमिक शिक्षा झज्जर के स्थानीय स्कूलों में पूरी करने के बाद उन्होंने दिल्ली में आईआईटी की कोचिंग ली और फिर मुंबई आईआईटी में दाखिला पाया।
मुंबई से इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद, अभय ने मास्टर्स ऑफ डिजाइनिंग का कोर्स भी किया।
🌍 अंतरराष्ट्रीय करियर, लेकिन भारत लौटने का फैसला
अपनी पढ़ाई के बाद, अभय ने दिल्ली और कनाडा में प्रतिष्ठित कंपनियों में काम किया। कनाडा में एक शानदार करियर होने के बावजूद, उन्होंने भारत लौटने का निर्णय लिया।
भारत लौटने के बाद, अभय ने हिमालय की वादियों में घूमना शुरू किया। वे मनाली, शिमला, हरिद्वार और अन्य धार्मिक स्थलों पर सर्दियों के दौरान अधिक समय बिताते थे।
🙏 बाबा बनने की कहानी
बाबा अभय सिंह ने महाकुंभ में मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि उनके जीवन में आध्यात्मिकता का प्रवेश अचानक हुआ। आधुनिक शिक्षा और जीवनशैली के बावजूद, उन्हें हमेशा एक गहरी शांति और सत्य की तलाश रही। यही खोज उन्हें बाबा बनने की ओर ले गई।
📞 परिवार की चिंता और अपील
करण ग्रेवाल ने बताया कि उनकी अपने बेटे से अंतिम बार करीब 6 महीने पहले बात हुई थी। इसके बाद से ही अभय सिंह ने परिवार से दूरी बना ली।
करण ग्रेवाल और उनका परिवार चाहते हैं कि अभय वापस घर लौटें, लेकिन उनका मानना है कि बाबा बनने के बाद शायद उनका बेटे का परिवार में लौटना संभव नहीं होगा।
📊 बाबा अभय सिंह की यात्रा पर एक नजर
विवरण | जानकारी |
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जन्मस्थान | झज्जर, हरियाणा |
पढ़ाई | आईआईटी मुंबई (इंजीनियरिंग), मास्टर्स ऑफ डिजाइनिंग |
करियर | कनाडा और दिल्ली की प्रतिष्ठित कंपनियां |
वर्तमान स्थिति | बाबा (महाकुंभ, प्रयागराज) |
📰 सोशल मीडिया पर प्रसिद्धि
प्रयागराज में बाबा बनने के बाद से ही सोशल मीडिया पर उनकी खासी चर्चा हो रही है। लोग उनकी कहानी से प्रेरित हो रहे हैं, और उनके जीवन के इस बदलाव को लेकर जिज्ञासा बढ़ रही है।