हरियाणा के नारनौल और नांगल चौधरी को मिलेगी सिंचाई परियोजनाओं की सौगात
हरियाणा के दक्षिण छोर पर स्थित नारनौल और नांगल चौधरी में सिंचाई के लिए जलापूर्ति का इंतजार अब समाप्त होने वाला है। हाल ही में मुख्यमंत्री नायब सैनी की अध्यक्षता में हुई हाई पावर परचेज कमेटी की बैठक में लिफ्ट पंपों के लिए विद्युतीय उपकरणों की खरीद के प्रस्ताव को मंजूरी मिल गई है। इन उपकरणों के माध्यम से सिंचाई परियोजनाओं को जल्द ही शुरू किया जाएगा।
दक्षिण हरियाणा के किसानों को राहत 🌾
सिंचाई एवं जल संसाधन मंत्री श्रुति चौधरी ने इस पहल पर मुख्यमंत्री का आभार जताया और इसे किसानों के लिए एक बड़ी सौगात करार दिया। उन्होंने कहा कि इस परियोजना से निजामपुर और नांगल चौधरी तक मानसून का पानी पहुंचाने का रास्ता साफ हो गया है।
विद्युतीय प्रणालियों की स्थापना से सिंचाई के लिए उपयुक्त क्षेत्र का विस्तार होगा और भूजल पुनर्भरण (Groundwater Recharge) में भी सुधार होगा।
महत्वपूर्ण परियोजनाओं पर काम 🛠️
परियोजना | विवरण |
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कमानिया माइनर | जल निकासी क्षमता को 9.60 क्यूसेक से 12.55 क्यूसेक |
अलीपुर माइनर | जल निकासी क्षमता को 5.25 क्यूसेक से 10.79 क्यूसेक |
दोस्तपुर माइनर | जल निकासी क्षमता को 4.00 क्यूसेक से 10.00 क्यूसेक |
शाहबाजपुर डिस्ट्रीब्यूटरी | जल निकासी क्षमता को 81.25 क्यूसेक से 100 क्यूसेक |
मानसून से पहले तैयार होंगी प्रणालियां ⏳
मंत्री श्रुति चौधरी ने कहा कि कमानिया माइनर, मेघोट माइनर, अलीपुर माइनर और दोस्तपुर माइनर के पुनरुद्धार का कार्य प्रगति पर है। इन चार माइनरों में पर्याप्त जलापूर्ति सुनिश्चित करने के लिए लगभग ₹6 करोड़ की लागत से पांच लिफ्ट पंप स्टेशनों को अपग्रेड किया जाएगा।
राज्य सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि यह प्रणालियां मानसून से पहले स्थापित कर दी जाएं ताकि किसानों को जल्द से जल्द लाभ मिल सके।
क्षेत्रीय पानी की बढ़ती मांग 🚰
निजामपुर ब्लॉक के किसान लंबे समय से सिंचाई के लिए पानी की मांग कर रहे थे। जन संवाद, सीएम विंडो, ग्राम दर्शन पोर्टल और स्थानीय प्रतिनिधियों के माध्यम से यह मुद्दा बार-बार उठाया गया।
इस मांग को पूरा करने के लिए सरकार ने गांव के तालाबों को भरने और लिफ्टिंग सिस्टम के माध्यम से जलापूर्ति सुनिश्चित करने की योजना बनाई।
भविष्य की जल योजनाएं 🌊
बरसात के मौसम में अतिरिक्त पानी का सही उपयोग करने के लिए भेड़ेंती, दोस्तपुर, आंतरी, बिहारीपुर और मोसमपुर गांवों के पास कृष्णावती नदी के तल में पानी छोड़ा जाएगा। इसके लिए कमानिया माइनर और दोस्तपुर माइनर की क्षमता में वृद्धि की जा रही है।
परियोजना के पूरा होने के बाद, लगभग 20 गांवों को सिंचाई और भूजल पुनर्भरण में लाभ होगा।
किसानों के लिए एक नई शुरुआत 🌟
यह परियोजना न केवल जल संकट से जूझ रहे किसानों को राहत देगी, बल्कि क्षेत्र की कृषि उत्पादकता में भी इजाफा करेगी। यह पहल दक्षिण हरियाणा में सिंचाई के क्षेत्र में एक नई शुरुआत का प्रतीक है।
मुख्य बिंदु 🔑
- लिफ्ट पंप स्टेशनों के लिए ₹6 करोड़ की स्वीकृति।
- मानसून से पहले परियोजनाओं की स्थापना का लक्ष्य।
- 20 गांवों को मिलेगा सिंचाई और भूजल पुनर्भरण का लाभ।
- शाहबाजपुर डिस्ट्रीब्यूटरी सिस्टम की जल निकासी क्षमता में 20 क्यूसेक की वृद्धि।