Haryana Darshan: हरियाणा में रूफटॉप सोलर सिस्टम की क्रांति, 9600 से अधिक संयंत्र लगाए गए
Haryana Darshan: हरियाणा में सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा विभिन्न योजनाएं और पहल की जा रही हैं। अब तक 45.90 मेगावाट की संयुक्त क्षमता के 9,600 से अधिक रूफटॉप सोलर सिस्टम लगाए जा चुके हैं। इसके लिए सरकार द्वारा 52.54 करोड़ रुपये की सब्सिडी वितरित की गई है।
रूफटॉप सोलर सिस्टम की प्रगति ☀️
हरियाणा सरकार ने रूफटॉप सोलर सिस्टम की स्थापना में महत्वपूर्ण प्रगति की है। मुख्य सचिव डॉ. विवेक जोशी की अध्यक्षता में प्रधानमंत्री सूर्य घर-मुफ्त बिजली योजना की समीक्षा के लिए बुलाई गई राज्य स्तरीय समन्वय समिति की बैठक में यह जानकारी दी गई।
सरकारी भवनों में सौर ऊर्जा 🌍
बैठक के दौरान बताया गया कि राज्य सरकार सरकारी भवनों में सौर ऊर्जा संयंत्र लगाने पर ध्यान केंद्रित कर रही है। लोक निर्माण विभाग द्वारा सरकारी संपत्तियों के डेटा प्रबंधन को सुचारू बनाने के लिए एक केंद्रीकृत पोर्टल विकसित किया जा रहा है। इसी कड़ी में 3,000 से अधिक भवनों के स्थल सर्वेक्षण पूरा हो चुका है, जिनमें 91.78 मेगावाट की संभावित सौर ऊर्जा उत्पादन क्षमता की पहचान की गई है।
नवीन पहल और मॉडल सोलर गांव 🌟
नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा विभाग द्वारा कैपेक्स मॉडल के तहत 8.4 मेगावाट ग्रिड से जुड़ी रूफटॉप सौर परियोजना के लिए बोलियां आमंत्रित की गई हैं। सरकार द्वारा, नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय द्वारा वित्त पोषित सोलर मॉडल गांवों की भी पहचान की जा रही है।
विवरण | जानकारी |
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संयंत्रों की संख्या | 9,600+ |
संयुक्त क्षमता | 45.90 मेगावाट |
वितरित सब्सिडी | 52.54 करोड़ रुपये |
संभावित सौर ऊर्जा उत्पादन | 91.78 मेगावाट |
कैपेक्स मॉडल परियोजना | 8.4 मेगावाट |
सौर ऊर्जा के लिए प्रोत्साहन 🌞
हरियाणा सरकार द्वारा प्रतिस्पर्धी चुनौती के माध्यम से गांवों को सौर ऊर्जा अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। इसके तहत प्रत्येक जिले में सबसे अधिक सौर ऊर्जा अपनाने वाले गांव को मॉडल सोलर विलेज के तौर पर नामित किया जा रहा है।
बैंकों की भूमिका और प्रशिक्षण 📚
मुख्य सचिव डॉ. विवेक जोशी ने कहा कि प्रधानमंत्री सूर्य घर-मुफ्त बिजली योजना के लक्ष्यों को हासिल करने में बैंकों का महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस प्रक्रिया में बैंकों को सक्रिय रूप से शामिल किया जाए ताकि लाभार्थियों को ऋण की सुचारू सुविधा मिल सके।
प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण 🎓
प्रदेश में सौर प्रणाली की स्थापना के लिए उद्योगोन्मुखी पाठ्यक्रम के साथ आईटीआई में 2,700 से अधिक छात्रों को प्रशिक्षित किया गया है। इसके अलावा, राज्य में जमीनी स्तर पर स्थापना प्रक्रिया को और अधिक सुचारू बनाने के लिए 100 आईटीआई मास्टर ट्रेनर भी हैं।