सिरसा के निजी अस्पताल पर लापरवाही का आरोप, बच्चे की मौत से मचा हड़कंप
हरियाणा के सिरसा जिले से एक बड़ी और चिंताजनक खबर सामने आई है। एक निजी अस्पताल पर इलाज में लापरवाही के चलते चार वर्षीय बच्चे की मौत का आरोप लगा है। पुलिस ने इस मामले में दो डॉक्टरों के खिलाफ केस दर्ज किया है। हालांकि, चिकित्सकों का कहना है कि बच्चा अस्पताल में ब्रॉट डेड (अस्पताल पहुंचने से पहले मृत) लाया गया था।
मामला: रोहतक के परिवार का दर्द 😢
जानकारी के अनुसार, पीड़ित परिवार मूल रूप से रोहतक का रहने वाला है और वर्तमान में सिरसा के जीवननगर कस्बे में रहता है। मृत बच्चे वैदिक कुमार के पिता बलजीत सिंह ने बताया कि उनके चार वर्षीय बेटे का हाइपोस्पेडियस (HypoSpadias) नामक बीमारी का इलाज सिरसा के खुराना अस्पताल में चल रहा था।
सर्जरी के लिए हिसार के जिंदल अस्पताल से डॉ. गौरव पराशर को बुलाया गया था। बलजीत सिंह ने आरोप लगाया कि ऑपरेशन के बाद से ही उनके बेटे की हालत बिगड़ने लगी। दर्द और सूजन के कारण बच्चा न तो सही से सो पा रहा था और न ही भोजन कर पा रहा था।
ऑपरेशन और लापरवाही का आरोप ⚠️
बलजीत सिंह के अनुसार, उनके बेटे की हालत लगातार बिगड़ती जा रही थी। नली डाले जाने के बाद से वैदिक को काफी दर्द होता था, और इसी वजह से उन्होंने अपने बेटे को खो दिया।
घटना का विवरण | जानकारी |
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मृतक का नाम | वैदिक कुमार (4 वर्ष) |
इलाज का स्थान | खुराना अस्पताल, सिरसा |
सर्जन का नाम | डॉ. गौरव पराशर, जिंदल अस्पताल, हिसार |
लापरवाही का आरोप | ऑपरेशन के बाद सूजन और दर्द का ठीक से इलाज न होना |
खुराना अस्पताल का पक्ष 🏥
खुराना अस्पताल के संचालक डॉ. आशीष खुराना ने कहा कि बच्चा शुक्रवार सुबह करीब 4 बजे अस्पताल लाया गया था और तब तक वह मृत था। उन्होंने कहा कि डेढ़ माह पहले बच्चे की सर्जरी हुई थी, जिसमें उसके पेशाब का नया रास्ता बनाया गया था।
डॉ. खुराना के अनुसार, ऑपरेशन के बाद पेशाब के रास्ते में सूजन आ रही थी, जिसे एलर्जी की संभावना बताया गया। घटना से तीन दिन पहले, डॉ. गौरव पराशर ने बच्चे को दोबारा नली लगाई थी।
पुलिस की कार्रवाई 🚔
सिरसा के सिविल लाइन थाना प्रभारी जितेंद्र कुमार ने बताया कि बच्चे के पिता बलजीत सिंह की शिकायत के आधार पर अस्पताल के संचालक डॉ. आशीष खुराना और सर्जन डॉ. गौरव पराशर के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और शव का पोस्टमॉर्टम भी करवाया गया है। रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई तय होगी।
क्या है हाइपोस्पेडियस? 🤔
हाइपोस्पेडियस एक जन्मजात स्थिति है, जिसमें लड़कों में मूत्रमार्ग (यूरिनल पाथवे) का स्थान गलत होता है। इस समस्या को ठीक करने के लिए सर्जरी की आवश्यकता होती है। हालांकि, सर्जरी के बाद ठीक से देखभाल न होने पर यह स्थिति जटिल हो सकती है।
परिवार का दर्द और न्याय की मांग 🛑
बच्चे के पिता ने अपने दर्द को साझा करते हुए कहा कि चिकित्सकों की लापरवाही ने उनके बेटे की जान ले ली। उन्होंने पुलिस और प्रशासन से न्याय की मांग की है ताकि भविष्य में इस तरह की लापरवाहियां न हों।