सिरसा-चूरू हाईवे: हरियाणा और राजस्थान को जोड़ेगा नया राजमार्ग

केंद्र सरकार देशभर में सड़क नेटवर्क को मजबूत करने के लिए तेज़ी से काम कर रही है। इसी कड़ी में हरियाणा के सिरसा से राजस्थान के चूरू तक एक नया हाईवे बनाया जा रहा है, जो क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को सुधारने और यात्रा को सुगम बनाने में अहम भूमिका निभाएगा।
हाईवे निर्माण से सफर होगा आसान 🛣️
इस हाईवे की कुल लंबाई का अभी सर्वेक्षण चल रहा है, लेकिन सिरसा में 34 किलोमीटर की लंबाई पहले ही तय हो चुकी है। यह हाईवे सिरसा-जमाल, फेफाना, नोहर वाया तारानगर, चूरू से होकर गुज़रेगा।
हाईवे का रूट | मुख्य पड़ाव |
---|---|
सिरसा | जमाल, फेफाना |
नोहर | तारानगर, चूरू |
हाईवे के निर्माण से इस क्षेत्र में यात्री और माल ढुलाई सेवाएं तेज़ और सुविधाजनक हो जाएंगी।
बस सेवाओं में होगी बढ़ोतरी 🚌
नए हाईवे के कारण बस सेवाओं में भी इज़ाफा होगा। यह राजमार्ग हनुमानगढ़, चूरू, जयपुर, दिल्ली और अन्य प्रमुख स्थलों तक का सफर आसान बनाएगा। इससे यात्रियों को लंबी दूरी तय करने में समय की बचत होगी और यातायात की सुविधा बेहतर होगी।
राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्रालय का प्रयास 💼
राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्रालय ने पिछले वर्ष मई-जून में इस प्रोजेक्ट को प्रस्तावित किया था। इसके लिए निजी फर्म सर्वे कर रही है, और रिपोर्ट तैयार कर संबंधित विभाग को सौंपी जाएगी। इसके बाद अंतिम रिपोर्ट मंत्रालय को भेजी जाएगी।
हनुमानगढ़ जिले का सबसे लंबा राजमार्ग 🛤️
यह राजमार्ग हनुमानगढ़ जिले का सबसे लंबा पहला हाईवे होगा। फिलहाल, हनुमानगढ़ जिले में केवल 6 किलोमीटर का राजमार्ग क्षेत्र है, जबकि बाकी हिस्सा श्रीगंगानगर में पड़ता है। सिरसा-नोहर-तारानगर वाया चूरू हाईवे से हनुमानगढ़, नोहर, और चूरू के बीच कनेक्टिविटी तेज़ और सुगम हो जाएगी।
वाहन चालकों के लिए फायदे 🚚
यह राजमार्ग जयपुर और दिल्ली जैसे प्रमुख स्थलों तक सीधा और बेहतर मार्ग प्रदान करेगा। वाहन चालक नोहर हाईवे से चूरू होते हुए जयपुर और दिल्ली तक का सफर आसानी से तय कर सकेंगे।
लाभ | विवरण |
समय की बचत | तेज़ और सुगम यात्रा |
बेहतर सड़कें | नई और चौड़ी सड़कें |
आर्थिक विकास | क्षेत्रीय व्यापार में बढ़ोतरी |
चौड़ी सड़कों की योजना 🛤️
इस हाईवे की चौड़ाई 15 फीट होगी। भविष्य में इसे 2 लेन और 4 लेन में बदलने की योजना है, जिससे यातायात क्षमता बढ़ेगी। यह राजमार्ग हरियाणा और राजस्थान को बेहतर कनेक्टिविटी से जोड़ने के साथ-साथ क्षेत्रीय विकास को भी नई दिशा देगा।