हरियाणा में जन्मतिथि बदलकर पेंशन लेने वालों की खैर नहीं! ADC ने दिए सख्त निर्देश

हरियाणा के नरवाना क्षेत्र में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां लगभग 200 लोगों ने दस्तावेज़ों में हेरफेर कर बुजुर्ग पेंशन का लाभ उठाया। इस गड़बड़ी का पर्दाफाश होने पर प्रशासन ने जांच के आदेश दिए हैं। आइए, इस मामले को विस्तार से समझते हैं।
🔧 200 लोगों ने दस्तावेज़ों से की छेड़छाड़
नरवाना में 40 से 50 वर्ष की आयु के लगभग 200 लोगों ने जन्म प्रमाण पत्र, आधार कार्ड और वोटर आईडी में गलत तरीके से आयु बदलवाई। इन बदले हुए दस्तावेज़ों को फैमिली आईडी में अपलोड कर, खुद को 60 वर्ष से अधिक दिखाया और पेंशन हासिल की।
दस्तावेज़ों में हेरफेर का तरीका:
दस्तावेज़ | बदली गई जानकारी |
---|---|
जन्म प्रमाण पत्र | जन्मतिथि को 10 साल पीछे दिखाया |
वोटर आईडी | आयु में बदलाव |
फैमिली आईडी | फर्जी जानकारी अपलोड की |
🛠️ एडीसी ने दिए जांच के आदेश
जांच के दौरान कई सीएससी संचालक, विभागीय कर्मचारी और समाज कल्याण विभाग के कर्मियों की भूमिका संदिग्ध मानी जा रही है। एडीसी विवेक आर्य ने पेंशन अप्रूव करने वाले कर्मियों और सीएससी संचालकों की सूची मांगी है।
अब तक की जांच के मुख्य बिंदु:
- पेंशन लेने वालों की सूची तैयार की जा रही है।
- सीएससी संचालकों और क्रीड विभाग की भूमिका की जांच जारी है।
- विभागीय कर्मियों पर भी शक की सुई।
📈 घोटाले के कुछ उदाहरण
- एक व्यक्ति की वोटर आईडी पर जन्मतिथि 1 जनवरी 1974 थी, लेकिन इसे 10 साल पीछे कर 1 जनवरी 1964 दिखाया गया।
- 40 वर्षीय व्यक्ति की वास्तविक जन्मतिथि 2 जनवरी 1982 थी, लेकिन इसे 1 जनवरी 1964 में बदलवा दिया गया।
- अन्य मामलों में भी 46, 44 और 49 साल के व्यक्तियों ने इसी तरह की हेरफेर की।
💡 आरोपियों पर होगी कार्रवाई
एडीसी विवेक आर्य ने कहा, “गलत तरीके से पेंशन लेने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। दस्तावेज़ों में छेड़छाड़ करने वालों की सूची तैयार हो रही है।”
प्रशासन यह सुनिश्चित करेगा कि दोषियों को न्याय के कटघरे में लाया जाए। इसमें विभागीय कर्मी, सीएससी संचालक और लाभार्थी शामिल हो सकते हैं।