हरियाणा में इस प्रकार होगी नई भर्तियां, HSSC चेयरमैन ने किया महत्वपूर्ण खुलासा: हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (HSSC) के चेयरमैन हिम्मत सिंह ने आगामी भर्ती प्रक्रियाओं को लेकर एक प्रेस वार्ता में महत्वपूर्ण जानकारियां साझा की। उन्होंने बताया कि कैसे आयोग ने अब तक अभ्यर्थियों की भर्ती में जबरदस्त प्रगति की है और भविष्य में क्या बदलाव किए जाएंगे।
आयोग द्वारा अभूतपूर्व सफलता 🏆
हिम्मत सिंह ने कहा कि उन्होंने 8 जून 2024 को आयोग का पदभार संभाला और इसके बाद 18 जुलाई 2024 को आयोग का पुनर्गठन हुआ। इस नए संरचना के तहत, आयोग ने इस वर्ष कुल 56,830 भर्ती परिणामों की घोषणा की, जिसमें से लगभग 36,000 परिणाम सिर्फ 56 कार्यदिवसों में घोषित किए गए। यह उल्लेखनीय उपलब्धि है, जो आयोग की तेजी और दक्षता को दर्शाती है।
नौकरी के लिए युवा हुए जागरूक 📢
HSSC चेयरमैन ने बताया कि सोशल मीडिया का उपयोग करते हुए आयोग ने अभ्यर्थियों को जागरूक किया और उन्हें आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से जोड़ा। पहली बार ऐसा हुआ है कि आयोग के किसी भी पदाधिकारी से अभ्यर्थी सीधे फोन या संदेश के जरिए अपनी शिकायत दर्ज कर सकते हैं।
कोर्ट में अटकी भर्तियों पर कार्यवाही ⚖️
हिम्मत सिंह ने यह भी कहा कि आयोग ने कोर्ट में अटकी हुई भर्तियों पर अभ्यर्थियों के हित में मजबूती से अपना पक्ष रखा है। इस समय आयोग के द्वारा निकाली गई 24,000 भर्तियों के परिणाम पर 266 केस और टीजीटी परीक्षा परिणाम पर 418 केस दायर हुए हैं, जिन पर आयोग तीव्रता से कार्रवाई कर रहा है। इसके अतिरिक्त, आयोग ने मात्र 56 दिनों में 28 परीक्षाओं का आयोजन किया और बाकी परीक्षाएं भी जल्द आयोजित की जाएंगी।
भविष्य के लिए नई योजना 🗓️
आयोग चेयरमैन ने बताया कि भविष्य के लिए आयोग ने कई नई योजनाओं की रूपरेखा तैयार की है। इनमें सबसे अहम योजना है वार्षिक परीक्षा कैलेंडर का निर्माण। इसके साथ ही ग्रीवेंस पोर्टल की शुरुआत की जाएगी, जिस पर शिकायतों के निस्तारण के लिए समय सीमा निर्धारित होगी। हर एक प्रतिक्रिया की जानकारी अभ्यर्थियों को समय-समय पर भेजी जाएगी। अगर कोई अभ्यर्थी किसी निस्तारण से संतुष्ट नहीं होता है, तो वह पुनः शिकायत दर्ज कर सकता है।
वन टाइम रजिस्ट्रेशन (OTR) प्रणाली 🚀
आयोग की ओर से ओटीआर (One Time Registration) प्रणाली भी लागू की जाएगी, जिससे अभ्यर्थियों को बार-बार रजिस्ट्रेशन की आवश्यकता नहीं होगी। इसके साथ ही, CET परीक्षा की नई पॉलिसी में कुछ बदलाव किए जाएंगे, जो अभ्यर्थियों के लिए फायदेमंद साबित होंगे। इसके अलावा, पेंडिंग परीक्षाओं का आयोजन और बचे हुए रिजल्ट्स की घोषणा की जाएगी।
सामंजस्य और समस्याओं का समाधान 🛠️
आयोग ने यह भी कहा कि विभागों के साथ सामंजस्य बनाकर ज्वाइनिंग से जुड़ी समस्याओं का प्राथमिकता के आधार पर समाधान किया जाएगा। उनका प्रयास है कि हर अभ्यर्थी को कोर्ट या आयोग जाने की आवश्यकता न हो, और सभी जानकारी और शिकायतों का समाधान घर बैठे मिल सके।
वर्ष दर वर्ष भर्ती डेटा 📈
वर्ष | कुल पदों की संख्या |
---|---|
2015 | 2,780 |
2016 | 2,229 |
2017 | 8,403 |
2018 | 20,141 |
2019 | 34,649 |
2020 | 8,694 |
2021 | 3,651 |
2022 | 16,366 |
2023 | 838 |
इस वर्ष 56,830 युवाओं को रोजगार दिया गया, जो पिछले वर्षों के मुकाबले एक बड़ा आंकड़ा है। आयोग ने अभ्यर्थियों की भर्तियों में उल्लेखनीय वृद्धि की है और यही कारण है कि इस वर्ष सबसे ज्यादा भर्तियां की गई हैं।
संगठित प्रयासों से सफलता की ओर 🏅
प्रेस वार्ता में आयोग के सदस्य भूपेंद्र सिंह चौहान, कपिल अत्रेजा, अमर सिंह, सुभाष चंदर, आयोग के सचिव विनय कुमार, OSD शंभु राठी, और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे। उनका कहना था कि आयोग का पूर्ण प्रयास रहेगा कि हर अभ्यर्थी को सही जानकारी और समाधान आसानी से मिल सके।