रविचंद्रन अश्विन ने लिया अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास, 14 साल के करियर को अलविदा 🏏

भारत के स्टार ऑलराउंडर रविचंद्रन अश्विन ने बुधवार को ब्रिसबेन में खेले गए तीसरे टेस्ट मैच के बाद अपने शानदार क्रिकेट करियर को अलविदा कह दिया। इस घोषणा ने न केवल भारतीय क्रिकेट को बल्कि दुनिया भर के क्रिकेट प्रशंसकों को भी चौंका दिया। 38 वर्षीय अश्विन ने 106 टेस्ट मैचों में 537 विकेट चटकाए और बल्ले से 3503 रन और 6 शतक जड़े।
2010 में हुआ था डेब्यू, शानदार सफर 🇮🇳
अश्विन का क्रिकेट करियर 2010 में शुरू हुआ था, और उन्होंने अपनी कड़ी मेहनत और समर्पण से खुद को टेस्ट क्रिकेट के सबसे प्रभावी खिलाड़ियों में शामिल किया। 2011 विश्व कप और 2013 चैंपियंस ट्रॉफी जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा रहे अश्विन ने बल्ले और गेंद दोनों से ही टीम इंडिया को कई मैचों में जीत दिलाई।
उनके आंकड़ों की बात करें तो भारतीय मैदानों पर उनका रिकॉर्ड बेहद शानदार रहा है। 65 टेस्ट मैचों में 21 की औसत और 46 की स्ट्राइक रेट से 383 विकेट उनके भारत में किए गए शानदार प्रदर्शन का प्रमाण हैं। वेस्टइंडीज और श्रीलंका में भी उन्होंने क्रमशः 32 और 38 विकेट चटकाए। वहीं, ऑस्ट्रेलिया में खेले 11 टेस्ट मैचों में अश्विन ने 40 विकेट लिए।
सीरीज के बीच में लिया संन्यास 📉
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चल रही 5 मैचों की टेस्ट सीरीज के तीसरे मैच के बाद अश्विन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की। इस सीरीज के तीन मैचों में दोनों टीमों ने 1-1 मैच जीता, जबकि एक मैच ड्रॉ रहा। सीरीज के बीच संन्यास लेने पर अश्विन ने कहा, “यह भारत के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर के रूप में मेरा आखिरी दिन होगा। हालांकि, मैं क्लब क्रिकेट खेलता रहूंगा।”
अश्विन का योगदान और यादगार क्षण 🌟
अश्विन का करियर जितना शानदार रहा, उतना ही प्रेरणादायक भी रहा है। उन्होंने अपनी गेंदबाजी से कई बड़े रिकॉर्ड बनाए और टीम इंडिया को क्रिकेट के मैदान पर सफलता दिलाई। उनकी गेंदबाजी में विविधता और रणनीतिक क्षमता ने उन्हें एक महान खिलाड़ी बना दिया। इसके साथ ही, उन्होंने बल्ले से भी कई मैचों का रुख पलटा और भारत को जीत दिलाई।
उनकी विदाई से भारतीय क्रिकेट में एक युग का अंत हो गया, लेकिन उनका योगदान हमेशा याद किया जाएगा।
अश्विन के संन्यास के बाद टीम इंडिया का भविष्य 🔮
अब जबकि अश्विन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया है, टीम इंडिया के पास एक अनुभवी खिलाड़ी के रूप में उनके योगदान की कमी महसूस होगी। हालांकि, युवा खिलाड़ी इस जिम्मेदारी को संभालने के लिए तैयार हैं। भारतीय क्रिकेट में अश्विन का योगदान एक प्रेरणा बनेगा, और उनका नाम हमेशा क्रिकेट इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा।
तालिका: अश्विन के टेस्ट करियर के आंकड़े 📊
मापदंड | आंकड़े |
---|---|
कुल टेस्ट मैच | 106 |
कुल विकेट | 537 |
कुल रन | 3503 |
शतक | 6 |
औसत (गेंदबाजी) | 25.43 |
औसत (बल्लेबाजी) | 31.53 |