Haryana: हरियाणा में 5700 करोड़ रुपये से बनेगा नया रेलवे कॉरिडोर, जो लाएगा आर्थिक समृद्धि 🚆
Haryana: हरियाणा सरकार ने राज्य में 5700 करोड़ रुपये की लागत से एक नई रेलवे लाइन परियोजना की घोषणा की है, जो न केवल यातायात के दबाव को कम करेगी, बल्कि लाखों लोगों के लिए रोजगार और समृद्धि के नए अवसर भी प्रदान करेगी। इस रेल कॉरिडोर से कई जिलों के लोग लाभान्वित होंगे और जमीनों के रेट में भी भारी वृद्धि होगी।
प्रोजेक्ट की अहमियत 🌍
हरियाणा ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर (HORC) का निर्माण दिल्ली-एनसीआर के ट्रैफिक दबाव को कम करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। इस परियोजना का लक्ष्य राज्य के विभिन्न जिलों के बीच बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करना है। यह परियोजना 126 किलोमीटर लंबी होगी, और इसके बनने के बाद न केवल यात्रा की गति बढ़ेगी, बल्कि रोजगार के नए अवसर भी उत्पन्न होंगे।
नई रेलवे लाइन का रास्ता 🚉
यह रेलवे लाइन नूंह और गुरुग्राम जिलों से होकर गुजरेगी, और इसका सेक्शन ए धुलावट से बादशाह तक होगा। इस मार्ग को 29.5 किलोमीटर लंबी विद्युतीकृत दोहरी ट्रैक लाइन से जोड़ा जाएगा, जिससे यात्रा के समय में कमी आएगी और ट्रैफिक का दबाव कम होगा।
प्रमुख लाभ और योगदान 🎯
- अर्थव्यवस्था में वृद्धि: इस परियोजना से पलवल, गुरुग्राम, नूंह, झज्जर और सोनीपत जिलों में विकास को बढ़ावा मिलेगा।
- यातायात में सुधार: ट्रैफिक का दबाव कम होने से दिल्ली-एनसीआर के यात्रा मार्गों पर भी राहत मिलेगी।
- जमीनों के रेट में वृद्धि: जहां जहां से यह रेलवे लाइन गुजरेगी, वहां जमीनों के रेट में उछाल आ सकता है।
- कनेक्टिविटी में सुधार: इस रेल कॉरिडोर के बनने से कई जिलों की आपसी कनेक्टिविटी मजबूत होगी और सफर आसान हो जाएगा।
परियोजना का पूरा विवरण 📋
- लंबाई: 126 किलोमीटर
- लागत: 5700 करोड़ रुपये
- रेखा मार्ग: कुंडली-मानेसर-पलवल एक्सप्रेस-वे के समानांतर
- लाभार्थी जिले: पलवल, गुरुग्राम, नूंह, झज्जर, सोनीपत
आगे का रास्ता 🚀
हरियाणा राज्य सरकार द्वारा इस परियोजना के लिए योजना बनाई गई है, जो न केवल राज्य के भीतर यात्रा को आसान बनाएगी, बल्कि इसके आसपास के क्षेत्रों के लिए भी यह एक बड़ा अवसर साबित होगा। आने वाले वर्षों में जब यह रेल कॉरिडोर पूरा होगा, तो कई क्षेत्रों में मंहगाई के साथ-साथ आर्थिक समृद्धि भी आएगी।