Haryana Darshan: यमुनानगर में 800 मेगावाट थर्मल प्लांट का निर्माण कार्य अधर में
Haryana Darshan: यमुनानगर जिले में प्रस्तावित 800 मेगावाट थर्मल प्लांट का निर्माण कार्य अभी तक अधर में है। हालांकि निविदा कुछ महीने पहले जारी की गई थी, लेकिन निर्माण कार्य अभी शुरू नहीं हुआ है। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल, जो वर्तमान में केंद्रीय मंत्री हैं, ने इस परियोजना में देरी के लिए अधिकारियों को फटकार लगाई है, जिसके बाद अधिकारी अब तेजी से कार्रवाई कर रहे हैं।
पर्यावरण मंजूरी में देरी ⏳
हरियाणा विद्युत उत्पादन निगम के प्रबंध निदेशक अशोक मीणा ने जानकारी दी कि थर्मल प्लांट के निर्माण के लिए पर्यावरण विभाग से मंजूरी लेने का कार्य तेजी से चल रहा है। इसके लिए सलाहकार भी नियुक्त किए गए हैं, जो मामले की निगरानी कर रहे हैं। जल्द ही पर्यावरण मंजूरी मिलने की संभावना है, जिसके बाद थर्मल प्लांट का काम शुरू हो जाएगा।
परियोजना की विशेषताएं 🌟
नए थर्मल प्लांट की क्षमता 800 मेगावाट होगी और इसे 57 महीनों में पूरा किया जाना है। इस परियोजना को भारत हैवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड को 6900 करोड़ रुपये की निविदा दी गई थी। परियोजना को स्वदेशी और आधुनिक बनाने का लक्ष्य है, जिसमें मशीनरी और तकनीक दोनों ही उन्नत और पर्यावरण के अनुकूल होंगे।
प्रमुख विशेषताएं | विवरण |
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परियोजना का नाम | दीनबंधु छोटूराम ताप विद्युत संयंत्र |
क्षमता | 800 मेगावाट |
निर्माण अवधि | 57 महीने |
निविदा राशि | 6900 करोड़ रुपये |
मुख्य तकनीक | स्वदेशी और आधुनिक |
नया तत्व | 400 केवी की लाइन बिछाई जाएगी |
बिजली उत्पादन और रोजगार 💼
नई इकाई के शुरू होने से जिले से 1400 मेगावाट बिजली का उत्पादन होगा। यह इकाई न केवल बिजली उत्पादन में तेजी लाएगी बल्कि प्रदूषण भी कम करेगी। इसके अलावा, नई परियोजना के कारण युवाओं के लिए रोजगार के अवसर भी उत्पन्न होंगे।
सरकारी बयान 🏛️
प्रबंध निदेशक अशोक मीणा ने कहा कि मंजूरी मिलते ही निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि जल्द ही सभी आवश्यक मंजूरियां प्राप्त हो जाएंगी, और परियोजना को समय पर पूरा किया जाएगा।